
dhanteras 2024
धनतेरस की पौराणिक मान्यता क्या है ?
Dhanteras 2024 नमस्कार दोस्तों आज हम इस लेख में Dhanteras (धनतेरस) से जुडी पौराणिक मान्यता के बारे में जानेगे और यह भी जानेगे की धनतेरस क्यों मानते है ?
1. समुद्र मंथन की कथा :
धनतेरस की पौराणिक मान्यताएं बहुत गहरी एवं प्राचीन है धनतेरस हिन्दू त्योहारों में एक महत्वपूर्ण त्यौहार है इस त्यौहार से समुद्र मंथन की कथा जुडी है कहा जाता है कि मान्यता है कि इसी दिन समुद्र मंथन से भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे इसलिए इस दिन को धन्वंतरि त्रयोदशी भी कहा जाता है धन्वंतरि आयुर्वेद के देवता माने जाते हैं |
2. यम और यमराज से जुड़ी मान्यता:
कहा जाता है कि इस दिन यमराज ने राजा हिमा को वरदान दिया था इसलिए इस दिन दीप दान करने से यमलोक का भय दूर होता है अर्थात धनतेरस के दिन दीप दान भी किया जाता ऐसा करने से हमें पुन्य की प्राप्ति होती है एवं यमलोक जाने का भय दूर होता है |
3. माँ लक्ष्मी से संबंधित:
इस दिन माँ लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है मान्यता है कि इस दिन की गई खरीदारी और पूजा से घर में समृद्धि बनी रहती है अर्थात अगर हम धतेरस के दिन माँ लक्ष्मी की पूजा अर्चना करते है तो हमारे घर में धन की कमी दूर होती है माँ लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है |
4. धातु खरीद की परंपरा:
इस दिन सोना, चांदी या कोई भी धातु खरीदना शुभ माना जाता है विशेषकर बर्तन खरीदने की परंपरा है | इस दिन वाहन खरीदना एवं जमीन आदि भी खरीदना शुभ माना जाना है |
Dhanteras Kyu Manate hai – धनतेरस क्यों मानते है ?
धनतेरस (धनत्रयोदशी) हिंदू कैलेंडर के अनुसार कार्तिक मास की त्रयोदशी को मनाया जाता है। यह दीपावली से दो दिन पहले आता है। इसे मनाने के कई कारण हैं –
इस दिन भगवान धन्वंतरि (आयुर्वेद के देवता) समुद्र मंथन के दौरान अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे इसीलिए इस दिन धन्वंतरि की पूजा की जाती है यह दिन धन और समृद्धि की देवी महालक्ष्मी की पूजा का शुभ मुहूर्त माना जाता है व्यापारी नए बही-खाते की शुरुआत करते हैं सोना-चांदी खरीदना शुभ माना जाता है धन्वंतरि जयंती होने के कारण आयुर्वेदिक चिकित्सा की शुरुआत का दिन माना जाता है इस दिन लोग नए बर्तन खरीदते हैं सोना-चांदी खरीदते हैं घर की साफ-सफाई करते हैं दीपक जलाते हैं धन्वंतरि और महालक्ष्मी की पूजा करते हैं यह त्योहार धन, स्वास्थ्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
Dhanteras 2024 me Kya Kharide
इस धनतेरस 2024 पर आप निम्नलिखित वस्तुएं खरीद सकते हैं:
- सोना या चांदी के सिक्के/आभूषण
- बर्तन (स्टील, कांसे या पीतल के)
- इलेक्ट्रॉनिक उपकरण
- वाहन
- घर के लिए नए फर्नीचर
- नई घड़ी
Dhanteras Shub Muhurat – धनतेरस का शुभ मुहूर्त कब है?
पहला शुभ मुहूर्त- 29 अक्तूबर को सुबह 10:32 मिनट से 30 अक्तूबर 6:31 मिनट तक। दूसरा शुभ मुहूर्त- 29 अक्तूबर शाम 06:32 बजे से रात 08:14 तक। तीसरा खरीदारी का मुहूर्त- 29 अक्तूबर शाम 5:39 बजे से 6:56 तक रहेगा।
2024 में धनतेरस पूजा का मुहूर्त क्या है?
धनतेरस पूजा शुभ मुहूर्त (शुभ समय) शाम 7:00 बजे से रात 8:40 बजे तक रहेगा, जो 1 घंटे 45 मिनट तक चलेगा। यहाँ पूजा के समय और दिन के अन्य महत्वपूर्ण समय का विवरण दिया गया है: धनतेरस पूजा मुहूर्त – शाम 7:15 बजे से रात 8:49 बजे तक। यम दीपम – 29 अक्टूबर
कुछ महत्वपूर्ण बातें
- धनतेरस पर खरीदारी शुभ मुहूर्त में करें
- बजट के अनुसार ही खरीदारी करें
- सामान की गुणवत्ता जरूर जांच लें
- बिल और वारंटी कार्ड जरूर लें
निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने इस लेख में धनतेरस से जुडी पौराणिक मान्यता के बारे में विस्तार से बताया है अकसर लोगो धनतेरस के बारे में जानने में उत्सुकता दिखाते है उन्हें पौराणिक मान्यताओं को जानना अच्छा लगता है | हम आशा करते है की यह लेख आपको पसंद आया होगा |