भारत सरकार ने कौशल विकास और स्वरोज़गार को बढ़ावा देने के लिए व्यापक Skill India मिशन के अंतर्गत कई प्रमुख योजनाएँ चलाई हैं।
मुख्य योजनाएँ
1. प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY)
- शुरुआत: 16 जुलाई 2015
- उद्देश्य: श्रमिकों एवं बेरोज़गार युवाओं को उद्योग‑अनुरूप कौशल प्रदान करना, और उनके मानकीकरण के लिए मान्यता–योग्य प्रशिक्षण देना
- प्रमुख घटक:
- Short-Term Training (STT) – 3–12 महीने की कोर्सेज़
- Recognition of Prior Learning (RPL) – मौजूदा कौशल के लिए प्रमाणन
- Special Projects (SP) – विशेष कौशल परियोजनाएँ
- लाभ: प्रशिक्षण नि:शुल्क, प्रशिक्षण पूरा करने पर नकद पुरस्कार (₹2000–₹2500), डिजिटल प्रमाणपत्र
- रणनीति: 2016–20 के दौरान 1 करोड़ युवाओं को प्रशिक्षित करना; इसके बाद PMKVY 3.0 (2021) और PMKVY 4.0 भी शुरू हुआ
2. Pradhan Mantri Kaushal Kendra (PMKK)
- विवरण: जिलास्तरीय मॉडल ट्रेनिंग सेंटर; यहाँ प्रशिक्षकों के साथ-साथ प्लेसमेंट सहायता भी उपलब्ध है
3. Deen Dayal Upadhyaya Grameen Kaushalya Yojana (DDU‑GKY)
- शुरुआत: 25 सितंबर 2014
- लक्ष्य: ग्रामीण क्षेत्रों के 15–35 वर्ष के युवाओं को स्वरोज़गार योग्य बनाना; डिजिटल वाउचर सिस्टम के माध्यम से वित्तीय सहायता प्रदान करना
4. Deen Dayal Upadhyaya Antyodaya Yojana (DAY‑NULM)
- लक्ष्य: शहरी गरीबों को कौशल प्रशिक्षण, स्वरोज़गार ऋण, स्वयं‑सहायता समूह आदि के द्वारा सशक्त बनाना
5. Rail Kaushal Vikas Yojana
- रेलवे द्वारा युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम
6. ITI उन्नयन और राष्ट्रीय प्रशिक्षण संस्थान
- पाई गई ITI को अपग्रेड करने और भुवनेश्वर, चेनई, लुधियाना, कानपुर आदि शहरों में राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान स्थापित करने की परियोजना (₹60,000 करोड़)
संस्थागत और मिशन‑स्तरीय समर्थन
- National Skill Development Corporation (NSDC) – PPP मॉडल पर काम करती है; प्रशिक्षण केंद्रों को मान्यता, फंडिंग और मानकीकरण प्रदान करती है
- National Skill Development Agency (NSDA) – NSQF फ्रेमवर्क बनाना और कौशल मानकों के समन्वय का काम करती है
- National Skills Qualifications Framework (NSQF) – कौशल को 1 से 10 स्तरों में विभाजित करती है, जिससे प्रमाणन मानकीकृत होता है
योजना का असर और समग्र लक्ष्य
- Skill India Mission के तहत वर्ष 2023 तक लगभग 40 करोड़ युवाओं को प्रशिक्षण देने की योजना थी
- कौशल आधारित शिक्षा को स्कूल और कॉलेज तक विस्तारित किया गया, जैसे कि दिल्ली में 800+ स्कूलों में व्यावसायिक पाठ्यक्रम
- अप्रेंटिसफ्त प्रशिक्षण का स्टाइपेंड 36% तक बढ़ाया गया, जिससे इसमें छात्रों की भागीदारी बढ़ी
- राज्य सरकारें (जैसे झारखंड TechBee, छत्तीसगढ़, बिहार) स्थानीय जरूरतों के हिसाब से तकनीकी और वैश्विक भाषा कौशल पर फोकस कर रही हैं
संक्षेप में — योजनाओं का ब्रेकडाउन
योजना | उद्देश्य | पात्रता | प्रशिक्षण अवधि | लाभ |
PMKVY | शहरी-ग्रामीण युवाओं का कौशल विकास | उम्र 15–45 | 3–12 महीना | नि:शुल्क प्रशिक्षण + नकद पुरस्कार |
PMKK | जिला स्तर पर मॉडल प्रशिक्षण | सभी युवा | स्नातक अवधि | प्लेसमेंट सहायता |
DDU-GKY | ग्रामीण रोजगार | उम्र 15–35 | तय कोर्स | वाउचर + बैंक लिंक |
DAY-NULM | शहरी गरीबी उन्मूलन | शहरी गरीब | विविध | ऋण + प्रशिक्षण |
Rail KVY | रेलवे तकनीकी प्रशिक्षण | बेरोज़गार युवा | – | रेलवे ट्रेड्स |
ITI उपग्रेड | औद्योगिक प्रशिक्षण में सुधार | ITI छात्र | – | आधुनिक संसाधन, NSTI |
आगे क्या करें?
- पास के प्रशिक्षण केंद्र देखें: Skill India Digital Hub या NSDC पोर्टल पर जाकर नज़दीकी केंद्र देखें
- पंजीकरण करा कर कोर्स चुनें: स्थानीय केंद्र या IVR/missed-call सिस्टम से जानकारी प्राप्त करें (जैसे – PMKVY पर मिस कॉल सुविधा)
- प्रवेश तथा प्रशिक्षण प्रारंभ करें: प्रशिक्षण पूरा होने पर डिजिटल प्रमाणपत्र, वाउचर या नकद पुरस्कार प्राप्त होता है
Skill India मिशन एक जटिल और प्रभावशाली पहल है, जो युवाओं को रोजगार योग्य बनाने, स्वरोज़गार बढ़ाने और भारत को विश्व कौशल मानचित्र पर प्रतिष्ठित करने की योजना रखता है।